वो तीन जादुई शब्द!
आज में तुमसे वो 'थ्री मैजिकल वड्स केहने वाला हूं - आई लव यू ?
आप शायद गलत हैं ,
वो थ्री मैजिकल वड्स हैं '
लोग क्या कहेंगे | ये तीन ऐसे शब्द हैं ,
जिसने न जाने कितने काम
शुरू होने से पहले और कितने सपने तोड़े हैं. हिंदुस्तान में कोई भी काम करने से पहले हम 2 चीज़ो का ख्याल रखते हैं
-घरवाले क्या कहेंगे?
-लोग क्या कहेंगे ?
ये जो पहले वाला
फैक्टर हैं ना 'घरवाले क्या
कहेंगे ' इससे तो इंसान
फिर भी एक बार लड़ लेगा , "चलो कोई नहीं , घरवाले ही तो हैं
, मना लेंगे, पर ये जो दूसरा फैक्टर हैं ना 'लोग क्या कहेंगे ' बाबा रे बाबा ! ये वो ऐसे तीन शब्द हैं जो एक
इंसान की काम करने की क्षमता और काबिलियत को डग-मगा देता हैं |
उदहारण के तोर पर
-
अगर एक लड़का और
लड़की एक दूसरे प्यार करते हैं, और दोनों ही अलग जाती के हैं , तो वो कहीं न कहीं अपने प्यार को आगे ले जाने से डरते हैं,क्यूंकि दिक्कत ये
हैं की क्या घरवाले मानेंगे ?
अरे साहब! ये तोह सिर्फ दिखावा हैं, असल मुद्दा तो ये हैं की लोग क्या कहेंगे और लोग क्या
सोचेंगे |
घरवालों को
मनाने की हिम्मत तो हम सब रखते हैं, बस डरते उस बात से हैं की घरवाले लोगो के सामने क्या मुँह
लेके जायेंगे|
ये लोग क्या कहेंगे जो वायरस हैं न ये सबसे पहले हमारे माता-पिता में और उनके द्वारा हमारे में घुसता हैं | अपने बच्चों को दूसरे के बच्चों से तुलना करना कहाँ तक सही हैं, जैसे दोनों हाथों की उँगलियाँ एक बराबर नहीं होती वैसे ही हर इंसान एक बराबर नहीं होता |
ये लोग क्या कहेंगे जो वायरस हैं न ये सबसे पहले हमारे माता-पिता में और उनके द्वारा हमारे में घुसता हैं | अपने बच्चों को दूसरे के बच्चों से तुलना करना कहाँ तक सही हैं, जैसे दोनों हाथों की उँगलियाँ एक बराबर नहीं होती वैसे ही हर इंसान एक बराबर नहीं होता |
वो आमिर खान और
करीना कपूर खान की मूवी 3 इडियट्स का एक डाइलोग हैं जिसमें करीना कपूर खान अपने पिता बोमन ईरानी से
कहती हैं " भईया ऑलवेज वांटेड टू बी अ फुटबॉलर, लेकिन आप चाहते थे की भइया फुटबॉलर नहीं इंजीनियर
बने, आपके इस ही सपने
ने भईया की जान लेली ” वहीँ फिल्म के एक दूसरे सीन में बोमन ईरानी को पोता होता हैं और रोते हुए बोमन अपने पोते को गले
लगा कर कहते हैं "तुझे फुटबॉलर बनना हैं, तू खेल, तुझे जो बनना हैं बन | काश! वो ये चीज़ पहले समझते तो उनका बेटा ज़िंदा होता
हैं , खेर वो बात फिल्म
की थी |
कई ऐसी महिलाएं जो दुर्व्यवहार और पति द्वारा
प्रताड़ित की जा रही हैं पर वो सामने आने से डरती हैं ये सोच के की लोग क्या कहेंगे
| एक ऐसे ही विषय को लेकर
तापसी पन्नू की एक फिल्म आ रहीं 'थप्पड़ ' जिसमें उनका पति
उनको थप्पड़ मरता हैं और वो इसके बाद बिना ये परवा किये की लोग क्या सोचेंगे और
कहेंगे, वह अपने पति से
तलाक लेने की पहल करती हैं |
वह इससे और एक
चीज़ साबित होती हैं की 'लोग क्या कहेंगे' ये सोच कर ना ही
सिर्फ सपने टूटते हैं बल्कि लोगो की आवाज़ भी दब जाती हैं|
किशोर कुमार का
एक गाना हैं -
"कुछ तो लोग
कहेंगे, लोगों का काम है
कहना
छोडो, बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना
कुछ तो लोग
कहेंगे"
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